आद्रभूमि का महत्व (कहानी)

डॉ. योगेश वाय. सुमठाणे, Assist. Professor, Scientist, College of Forestry, Banda, Banda University of Agriculture and Technology, Banda, Mob. +91 88062 17979

इंसान के स्वार्थ से वन्य जीवों को बड़ा ही डर होता है, आद्रभूमि कई प्रकार से पक्षीयों और जमीनी जीवों का घर होता है।

आर्द्रभूमि क्या हैं?

आर्द्रभूमि एक ऐसा स्थान है जहां पौधे और पशु प्रजातियों की घनी विविधता पाई जाती है और ये जैव विविधता से भी समृद्ध होता हैं। ये ऐसे भूमि क्षेत्र हैं जो हमेशा या मौसम में संतृप्त या जलमंगन रहते हैं। आर्द्रभूमि जल को प्रदूषण से मुक्त बनाती है।

आर्द्रभूमि वह क्षेत्र है जो सालों भर आंशिक रूप से या पूर्णतः जल से भरा रहता है। भारत में आर्द्रभूमि ठंडे एवं शुष्क इलाकों से लेकर मध्य भारत के कटिबंधीय मानसूनी इलाकों तथा दक्षिण के नमी वाले इलाकों तक फैली हुई है।

आर्द्रभूमि का महत्व क्या हैं?

आर्द्रभूमि का महत्व क्या हैं?

  • मनुष्य के किसी वस्तु के महत्व को तब तक नही समझता है, जब तक उस वस्तु का पूर्ण दोहन या उपयोग न कर ले, तब तक उस वस्तु की उपलब्धता कम न हो जाये। हर वस्तु के उपस्थिति के दो पटक होते है, नकारात्मक एवं सकारात्मक। जब उस वस्तु के उपस्थिति से मानव तथा अन्य जीवों का विकास हो तो वह सकारात्मक एवं जब विनाश हो तब वह नकारात्मक होता है।
  • यही हुआ है, आद्रभूमीयाँ के साथ, मानव उसके सकारात्मकता को न समझकर, आद्रभूमि को कम करते आ रहे है। इसको संरक्षित नहीं किये। इन भूमियों का उपयोग अपने हित और कृषि कार्या में करने लगे, जिससे इनका विस्तार कम होता चला गया। यह भूमि समुद्र के किनारे पायी जाती है, जो कुछ मीटर से कुछ किलोमीटर तक फैली होती है।
  • आद्रभूमि बड़ी संख्या में पौधों और जानवरों की प्रजातियों के लिए महत्वपूर्ण आवास प्रदान करती है, जिनमें से कई इन परिस्थितिका दोंनों के लिए अद्वितीय है और कही और नहीं पाई जा सकती है । वह पौद्यो और जानवरों के जीवन की एक उच्च विविधता के लिए जाना जाता है।
  • जिसमें कई प्रजातियाँ  शामिल है जो दुर्लभ, संकटग्रस्त या लुप्तद्राय है। यह प्राकृतिक जल फिल्टर के रूप में भी काम करती है। सातही अपवह और भूजल से प्रदूषकों और पोषक तत्त्वों को हटाती है और जल की धारा को नियंत्रित भी करती है, यही कारण है कि, जब आद्रभूमि की संख्या या फैलाव कम होता है तो तभी समुद्री आषाद का आगमन होता जैसे- बाढ़, सुनामी आती है जिससे बहुत विनाश, क्षतिस्थत होता है। इसके साथ – साथ में बड़ी मात्रा में कार्बन को जमा करती है।
  • और वातावरण में जल वाष्प जारी करके स्थानीय और क्षेत्रीय जलवायु विनियमित करने में मदद करते हैं। यह बड़ी मात्रा में पानी को अवशोषित और संग्रहीत करके बाद के प्रभाव के बकम करने में मदद करती हैं, जिससे बाढ़ की ऊंचाई कम हो जाती है और निचले समुदायों और बुनियादी ढाँचे की रक्षा होती है।
  • यह मिट्टी को स्थिर करने, कंठाव और अवसादन को रोकने और डाउनस्ट्रीम पारिस्थितिक तंत्र के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।
  • इन्हीं सब महत्वत्ता को देखते ही कई राज्य सरकार, जो समुद्री व नदियों के किनारे बसे हुए है, बहुत जोर दे रहे है। यह संकलन 2019 में हुई आर्द्रभूमि से संबंधित सकारात्मक विकासों को एक साथ रखता है। इसमें ग्रेटर नोएडा, चेन्नई और उदयपुर से झीलों और जल निकायों की सफाई की कुछ व्यक्तिगत पहल भी शामिल है।
  • महाराष्ट्र, गोवा और केरल में नागरिक और सामुदायिक समूहों द्वारा कुछ उपयोगी प्रयास किये गए है साथ ही, पंजाब, उत्तर प्रदेश जैसे कुछ राज्यों के सरकार ने कई आद्रभूमि को संरक्षित क्षेत्र घोषित किया।
  • उत्तराखण्डो, दिल्ली, राजस्थान तेलगांना राज्यों ने भी राज्य आइभूमि प्राधिकरण की स्थापना की है। इस बीच महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे कुछ राज्यों में आदभूमि समितियाँ आद्रभूमि को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए प्रभाव रसली कार्य कर रही हैं।
  • आद्रभूमि को और बल देने के लिए हर 2 फरवरी को विश्व आद्रभूमि दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
आर्द्रभूमि से क्या लाभ होते हैं?

आर्द्रभूमि से क्या लाभ होते हैं?

  • वेटलैंड्स कई सामाजिक लाभ प्रदान करते हैं।
  • मछली और वन्यजीवों के लिए भोजन और आवास, जिसमें संकटग्रस्त और लुप्तप्राय प्रजातियां शामिल हैं ।
  • पानी की गुणवत्ता में सुधार; बाढ़ भंडारण; तटरेखा कटाव नियंत्रण के लिए उपयुक्त है।
  • मानव उपयोग के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी प्राकृतिक उत्पादन है।
  • मनोरंजन, शिक्षा और शोध के अवसर के लिए उपयुक्त है।

डॉ. योगेश वाय. सुमठाणे, Assist. Professor, Scientist, College of Forestry, Banda, Banda University of Agriculture and Technology, Banda Mob. +91 88062 17979

शब्दांकन : किशोर ससाणे, वेबसाईट ॲडमीन, लातूर

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